आनंद अग्रदूत यानी नीलकंठ का जीवन में वापस आना

Hi! The BlueBird of Happiness is Back.... Listen to her whispers for Abundance, Happiness & Meaningful Life. :)

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सुख का पक्षी प्रसन्नता पक्षी ब्लू बर्ड यानी नीलकंठ का जीवन में पुनः प्रवेश

प्रसन्नता पक्षी | आनन्द की नीली चिड़िया कहो या सुख का ब्लू बर्ड यानी नीलकंठ या उसे हम आनंद अग्रदूत कहें – तो वह वापस आ गया है … नमस्ते! सुख का ब्लूबर्ड (Happiness Blue Bird) वापस आ गया है ….
प्रचुरता, प्रसन्नता (खुशी) और पावन – पवित्र (सार्थक) जीवन के लिए उस का गीत – गुनगुनाना – ध्यान से सुनें। 🙂

आनंद अग्रदूत (नीलकंठ ) का अर्थ क्या है?
प्रसन्नता के अग्रदूत के रूप में एक ब्लूबर्ड का प्रतीक कई प्राचीन संस्कृतियों में पाया जाता है। ब्लूबर्ड दुनिया भर की कई संस्कृतियों में खुशी का प्रतीक है, और आशा का प्रतिनिधित्व करता है, और कुछ देशों में यह ज्ञान और ज्ञान का दूत है। एशियाई क्षेत्र में इसे अमर, एक रक्षक और सूर्य के प्रतीक के रूप में देखा गया था।

आनंद अग्रदूत (नीलकंठ ) / नीली चिड़िया देखने का आध्यात्मिक अर्थ क्या है?
ब्लूबर्ड का आध्यात्मिक अर्थ आनंद और खुशी है। यह हमेशा हमें याद दिलाता है कि किसी विरोधी के सामने आशा न खोएं और जब हम अपने व्यक्तिगत या व्यावसायिक लक्ष्य को प्राप्त करने की प्रक्रिया में हों तो हम अपने आनन्द को न खो दें या पीछे रह जाने दें।

मुझे अपने स्कूल के दिनों की याद है जब हम घर से स्कूल जाते समय दिखाई देने वाले सभी पक्षियों की गिनती करते थे और जब हम नीलकंठ – नीले पक्षी को देखते हैं तो हम बहुत खुश हो जाते हैं, क्योंकि यह माना जाता है कि संतोष के छोटे उड़ने वाले पक्षियों में से एक को देखने से खुशी मिलती है और जब वह बैठा होता है तो खुशखबरी होती है।


हमारे जीवन और कार्य में ब्लूबर्ड उपस्थिति का समग्र अर्थ क्या है?
हम अपनी संस्था (CircleX और 3HS) में अब इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि यह ब्लूबर्ड आनंद अग्रदूत (नीलकंठ) आपके जीवन और कार्यस्थल में कैसे प्रवेश करता है और एक नई आशा, प्रचुरता और आत्मिक संतोष की सकारात्मक किरण, शांति और प्रगति के साथ-साथ आंतरिक आनंद की भावना – अद्भुत अखंड आनंद को भी लाता है।

COVID19 महामारी के बाद और अत्यधिक उपभोक्तावाद (Consumerism) ने पर्यावरण, वित्तीय, शैक्षिक और व्यवसाय क्षेत्रों को बाधित करके मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक संतुलन को बिगाड़ दिया है और स्वाभाविक गतिशील रूप से लोगों के काम करने (क्रियाप्रणाली) और जीवन जीने के तरीके को बदल दिया है। एक नया जीवन अर्थ उभरा है और मानवीय धारणाओं, जीवन शैली, कार्य वातावरण और सामाजिक संबंधों में बदलाव के लिए एक सचेत संरेखण और सूक्ष्म संतुलन की आवश्यकता है। इसके लिए हमारे सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके में आमूल-चूल परिवर्तन की आवश्यकता है और व्यक्तिगत रूप से आगे बढ़ते रहने और पेशेवर जीवन को सकारात्मक बनाए रखने के लिए निरंतर एक-दूसरे का हाथ पकड़ने, पुराणी बातों को भूलने और फिर से नए जीवन को जीने की कला को सीखने और हुनर को (upskill) पुनः परीक्षण और नव कौशलता की आवश्यकता है।

खुश रहने और दूसरों को खुशी फैलाने के लिए अपनी संभावित संभावनाओं का अन्वेषण करें।
यही मिशन हैप्पीनेस का आदर्श वाक्य है।

गोपी कृष्ण बाली, प्रसन्ता प्रेरक (चीफ हैप्पीनेस कैटेलिस्ट)

अब समय है कि हम वर्तमान और भविष्य की मांगों के लिए तैयार हों और दूसरों की मदद और समर्थन के लिए खुद को तैयार करें। क्या आप सार्थक जीवन के लिए अपनी बहुतायत और खुशी से जुड़ने के लिए तैयार हैं।
यदि आपके पास सही आनंद मानसिकता और कौशल है, तो क्यों न इस जुनून को आनंदमय जीवन और कार्य के लिए अपना वैकल्पिक कैरियर ट्रैक या अंतिम पेशा बनाएं। इस कार्यक्रम में अभी शामिल हों और एक नया भारत – खुशहाल भारत के सह-निर्माण के लिए खुशी क्रांति में शामिल हों। खुशी के ब्लूबर्ड को आमंत्रित करें – शानदार पक्षी, आपके जीवन में सौभाग्य, अवसर और भाग्य का पर्याय।


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